North East India Freedom Fighters

जाने North East India के Freedom Fighters की अनसुनी कहानिया

जाने North East India के Freedom Fighters की अनसुनी कहानिया

 

आइये आज हम जानते है उत्तर भारत  के क्रांतिकारियों की अनसुनी कहानिया

North East India Freedom fighters  के बारे में कम ही लोग जानते है

कनकलता बरुआ असम

1942 में भारत छोडो आन्दोलन के दौरान असम के एक पुलिस स्टेशन पर तिरंगा फहराने को लेकर अंग्रेजो से भिडंत में कनकलता शहीद हो गई थी उन्हें बीरबाला के नाम से भी जाना जाता है

महाराजा टिकेन्द्रजीत

राजा चंद्रकिर्ती सिंह के पांचवे पुत्र महाराजा तिकेंद्रजित मणिपुर में आज़ादी के आन्दोलन का चेहरा बने | उन्होंने मणिपुर को अंग्रेजो से बचने के अथक प्रयास किये 

यू तिरोत सिंह स्याम

मेघालय के खासी पहाडियों में यह क्रन्तिकारी अंग्रेजो से लोहा ले रहे थे | उन्होंने 19 वी सदी के दौरान खासी पहाडियों को बचाने  के लिए जनता का नेतृत्व किया था 

U Tirot Sing Syiem

रानी गाइदिन्ल्यू

नागालैंड में अंग्रेजो के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था उन्हें जेल भी जाना पड़ा उसके बावजूद वे हमेशा नागालैंड की जनता के हितो के लिए लडती रही  

Rani Gaidinliu The Naga Rani

अरुणाचल प्रदेश के दीपा में अंग्रेजो के खिलाफ उस वक़्त चल रहे भारत छोडो आन्दोलन और गांधीजी के विचारो का प्रचार प्रसार करने के लिए उन्होंने अरुणाचल में कांग्रेस कमिटी बनाई  थी  

Moji Riba मोजी रिबा 

U Kiang Nangbah

मेघालय की जन्तिया हिल्स पर ये महान किसान हुए जिन्होंने अंग्रोजो को खेती पर आय पर लगने वाला तटैक्स देने से मन किया |और गाव गाव घूम कर अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए जनता को प्रेरित किया

कुछ अन्य नाम : गोपीनाथ बोरदोलोई :असम खोंगजोम परबा : मणिपुर लक्ष्मीबाई सैकिया : असम जादव पेयांग : असम माट्मुर जमोह : अरुणाचल प्रदेश भुबनेश्वरी भादुरी :मणिपुर भोगेश्वरी फुकनानी : असम

इनके आलावा भी बहुत सरे नाम है जिन्होंने देश की आज़ादी के लये अंग्रेजो से लड़ाई लड़ी |जिनके बारे में आप हमारे ब्लॉग पर देख सकते है |